आजकल लोग पूछने लगे हैं मुझसे इतना खुश कैसे रह लेता है अकेले।
ज़िन्दगी में इतना दर्द होते हुए वी मुस्कुरा कैसे लेता है।
तो सच बात तो ये है मेरी मुस्कुराहट और मेरी खुशी बस दिखावा है।
सच तो ये है जितनी खूबसूरत ईश्क थी उससे ज्यादा खूबसूरत मेरे अल्फ़ाज़ बन गए हैं ।
आजकल ईश्क की खूबसूरती से ज्यादा अल्फाजों के दीवाने हैं साहब इसलिए शायद खुश हूं और मुस्कुरा लेता हूं।
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