बेइंतहा दर्द ...।
ना इंसान को सोने देता है और ना रोने....।
बस एक लफ्ज़ बोलना जरूर सीखा देता है कि हां बिल्कुल सब ठीक है...
और एक झूठी मुस्कुराहट ...।
हां ये सच है लोग कहते हैं सेयर करो तकलीफ काम होती है...।
पर इस जहां में अपना किसे मनु ..।
सुन तो सभी ले रहे हैं... पर समझने के लिए किसी के पास वक़्त कहां है...।
कोई हसी उड़ाएगा तो कोई ताने देगा ...।
पर बैठ कर दो पल बाते कर ले इतना टाइम कहां है....।
चलो कह दिए फिरते हैं कुछ लोग एक वो पल था जब हमने वक़्त बर्बाद किया और आज वो वक़्त है जो वक़्त हमे बर्बाद कर रहा है...।
मै कहना चाहूंगा उस वक़्त की बरबादी में लोग कल वी अमल नहीं कर रहे थे और आज वी नहीं करेंगे...।
कुछ करना है तो कर लो इस छोटी सी ज़िन्दगी में ...।
लोग हमें उस वक़्त बरबादी के नाम से ही क्यों ना जाने...।
अपनी कुछ पहचान बना लो इस वक़्त की ही बरबादी में...।
अनजान होते हुए वी जाने जाओगे वक़्त को पकड़ना सीखो आगे बढ़ते जाओगे...।
ज़िन्दगी में दर्द किसे नहीं है...।
हर किसी की झूठी मुस्कुराहट है....।
उसी मुस्कुराहट को अपनी हसी बना कर चलना सीखो...।
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